Shree Premanand ji Maharaj :प्रेमानंद जी महाराज आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है देश, विदेश के लोग उनके भजन, सत्संग को सुनते है और बड़े बड़े अभिनेता, अधिकारी, क्रिकेटर, पॉलिटिशियन भी उनसे मिलना चाहते है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया के जरिए लोग उनको सुनते और उनके बताए गए अच्छे विचारों और मार्गों पर चलते भी है.

आज प्रेमानंद महाराज जी के वजह से बहुत सारे युवा सही रास्ते पर चलने लगे है, लोगो को उनकी बाते इतनी प्रभावित करती है कि लोग गलत काम करने से बचते है और भक्ति के साथ खुशी खुशी जीवन व्यतीत करते है।
Shree Premanand ji Maharaj : प्रेमानंद महाराज जी के बारे मे प्रमुख बाते:
- प्रेमानंद जी महाराज का असली नाम अनिरुध्द कुमार पांडे हैं वे राधावल्लभी संप्रदाय के संत हैं
- प्रेमानंद महाराज जी के पिता का नाम शंभु पांडे हैं और माता जी का नाम राम देवी हैं .
- प्रेमानंद महाराज जी श्री कृष्ण और राधा रानी की आराधना मे अपना जीवन बिताते हैं
- प्रेमानंद महाराज जी के गुरु का नाम श्री गौरंगी शरण जी महाराज हैं
- प्रेमानंद महाराज जी की उम्र 60 साल हैं
- प्रेमानंद जी महाराज का बचपन का नाम अनिरुध्द कुमार पांडे हैं
- प्रेमानंद जी महाराज को ऑटोसोमल डोमिनेंट पॉलीसिस्टिक किडनी डिज़ीज़ है
Shree Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद जी से आप कैसे मिल सकते है, रास्ता क्या है-
आप कही से भी आना चाहते है तो सबसे पहले आपको ये देखना होगा कि आपके वहां से मथुरा जंक्शन का ट्रेन कैसे मिलेगा फिर उसके बाद आपको सबसे पहले मथुरा जंक्शन पर उतर जाना है फिर आपकी वही से ऑटो भी मिल जाएगा जो आपको वृन्दावन पहुंच देगा.
और जब आप वृन्दावन चौक पर पहुंच जाए तो उसके आगे एक वैष्णो माता का मंदिर आयेगा और फिर उसके एक लोटस टेंपल आयेगा और उसके लगभग 2 किलोमीटर के बाद प्रेम मंदिर आयेगा , प्रेम मंदिर के 500 मीटर पर ही एक परिक्रमा मार्ग है और उसी परिक्रमा मार्ग से 200 मीटर पर भक्तिवेदांत हॉस्पिटल है ठीक उसी हॉस्पिटल के सामने प्रेमानंद जी का आश्रम है जिसका नाम है श्री हित राधा केली कुंज.

टाइमिंग क्या है प्रेमानंद जी से मिलने का ?
आपको प्रेमानंद जी से मिलना है तो आप 2:30 से 3 बजे के बीच पहुंचना होगा क्योंकि उस समय प्रेमानंद महाराज जी पद यात्रा करते है और उस समय रोज बहुत से लोगों की भीड़ इक्कठा होती है उनके दर्शन करने के लिए और आप अगर सुबह में उनके दर्शन नहीं कर पाए तो फिर आपको टोकन लेना पड़ेगा 9:15 से 10:15 तक टोकन भी मिलता है उस टोकन पर नंबर लिखा होता है.
और आपकी बारी आने पर आपको प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन होंगे, बीना टोकन किसी को भी दर्शन की अनुमति नहीं है,आपको 2 या 3 दिन इंतजार भी करना पड़ सकता है गुरु जी के दर्शन के किए और आपको अपना अधार कार्ड भी लेके जाना है वो भी जरूरी है।
Shree Premanand ji Maharaj: अकेले में मिलने का क्या परिक्रिया है ?
अगर आप प्रेमानंद जी महाराज अकेले में बातचीत करना चाहते है तो आपको टोकन मिलने के अगली सुबह 6: 30 बजे आश्रम आ जाना होगा उसके बाद आप एक या आधे घंटे गुरु जी से बातचीत कर सकते है और सवाल जवाब भी कर सकते है.

Shree Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद महाराज जी के गुरु कौन थे ?
आप लोगों में से बहुत लोग प्रेमानंद महाराज जी के गुरु के बारे ने नहीं जानते होंगे आज तक तो चलिए इस ब्लॉग के जरिए जानते है कि कौन है प्रेमानंद जी के गुरु ।
गौरांगी शरण महाराज है प्रेमानंद जी के गुरु उन्होंने ही उनको प्रेम मार्ग पर चलना सिखाया और आज भी हर गुरुवार को प्रेमानंद जी अपने गुरु गौरांगी शरण जी से मिलने जाते है
Shree Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के चेले कौन हैं?
वैसे तो महाराज जी की सेवा करने के लिए बहुत से शिष्य हैं,लेकिन उनके मुख्य शिष्यों में से सबसे पहले है नवनागरी बाबा जी हैं , जो महाराज जी की सेवा आश्रम से लेकर सत्संगों तक तक दिखाई देते हैं.
नवनागरी जी पाठनकोट पंजाब से हैं. नवनागरी बाबा महाराज जी की सेवा करने से पहले आर्मी में नौकरी करते थे.और उनके पिता जी भी आर्मी में अफसर थे.
Shree Premanand ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज के पास कितनी संपति हैं ?
प्रेमानंद जी महाराज के नाम कोई भी संपन्ती नही हैं, ना कोई महंगी कार न कोई फ्लैट ना कोई आश्रम हैं लेकिन कभी-कभी, उनको महंगी ऑडी कार मे देखा जाता हैं , जो उनको किसी भक्त द्वारा दी गयी हैं क्यों की महाराज जी का स्वास्थ सही नहीं रहता हैं जिनका उपयोग महाराज जी करते हैं हॉस्पिटल जाने के लिए.
प्रेमानंद महाराज जी के बारे मे सभी जानकारियां ऑनलाइन माध्यम से ली गयी हैं. जिससे महाराज जी के भक्तो को महाराज जी के बारे मे थोड़ा बहुत पता चल सके. हमारी कोसिस सिर्फ आप को जानकारी पहुचना हैं ध्यन्याद.
ब्लॉग राइटर -Kanak
Owner-Aarambh Hindi blog