Lathmar Holi 2025: लठ्मार होली जिसमें महिलाएं पुरुषों को लाठियों से पिट कर होली मानती हैं. यह भारत के उत्तर प्रदेश के बरसाना और नंदगांव शहरों में बड़ी धूम धाम से मनाया जाता हैं .और नृत्य,गायन किया जाता हैं. और ठंडाई पीते हैं .

Lathmar Holi 2025: कैसे मनाई जाती है लट्ठमार होली?
विश्व प्रसिद्ध लट्ठमार होली बरसाना में मनाई जाती है. इसमें महिलाएं, जिन्हें हुरियारिन बोला जाता है, वे लट्ठ लेकर हुरियारों को अर्थात पुरुषों को मजाकिया अंदाज में पीटती हैं. लट्ठमार होली में लोग काफी उत्साह के साथ हिस्सा लेते हैं.
जिनमे महिलाएं चेहरे पर घूँघट और हाथ मे लठ् लेती हैं और पुरुष हुरियारिनों के लट्ठ से खुद का बचाव के लिए ढाल सर पर लगाते हैं. इसके बाद महिलाओं और पुरुषों के बीच गीत और संगीत की प्रतियोगिताएं भी होती हैं.
लट्ठमार होली मुख्य होली त्यौहार से लगभग 5-6 दिन पहले शुरू हो जाती है . इस उत्सव में नृत्य, गायन किया जाता हैं और ठंडाई (पारंपरिक दूध पेय) पिया जाता हैं.

Lathmar Holi:लट्ठमार होली का पौराणिक कथा (पुराना इतिहास ):
होली का यह रूप थोड़ा वायलेंट है, अगर आप पहली बार सुन रहे होंगे तो थोड़ा अजीब भी लग रहा होगा लेकिन यह बरसाने की होली इतनी फेमस है है कि सब लोग देश विदेश से लठ्ठ खाने आते है होली में , तो चलिए जानते इसके पीछे की रोचक कहानी, यह लठ्ठमार होली द्वापरयुग से ही चला आ रहा है.
यह उस दिन से शुरू हुआ जब कृष्ण जी पहली बार बरसाने राधा रानी के साथ होली खेलने गए थे तो कृष्णा जी ग्वालों के साथ मिलकर राधा रानी और गोपियों को खूब परेशान किया फिर गोपियां ने खूब लठ बरसाई और इस तरह उसी दिन से लठमार गोली की प्रथा आनंदपूर्वक आज तक चली आ रही है।और आज भी नंदगांव से होली खेलने के लिए लड़के बरसाने जाते है और वहां की लड़कियों से लठ खाते हैं और यह लठमार होली की परम्परा का आनंद उठाते है.
Lathmar Holi 2025 : लठ्मार होली :
लठ्मार होली 14 मार्च 2025 को मनाई जायेगी , लठ्मार होली रंगों का उत्सव होता हैं जिसको लेकर देशभर में तैयारियां चल रही हैं. भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में होली का उत्सव लग भाग 5-6 दिन पहले ही शुरू हो जाता है. यहां मथुरा, वृंदावन और बरसाना और नंदगाव की होली के कई रंग हैं. लोगों के बीच बहुत उत्सव हैं होली के उत्सव को देखने के लिए देश-विदेश से लोग मथुरा-बरसाना पहुंचते हैं. यहां की लट्ठमार होली विश्व प्रसिद्ध है.
Lathmar Holi 2025 schedule:
लठ्मार होली 14 मार्च 2025 को मनाई जायेगी पर उसके पहले भी कुछ उत्सव मनाये जायेंगे .
7 मार्च,2025: बरसाना लड्डू होली
8 मार्च,2025: बरसाना लठ्मार होली
9 मार्च,2025: नंदगाव की होली
10 मार्च, 2025: बांके बिहारी फूलों की होली रंगभरी एकादशी
11,मार्च,2025: गोकुल छेड़ी मार होली
12 मार्च,2025: विधवा होली वृंदावन
15 मार्च,2025: दाऊ जी का हुरंगा, बलदेव
बरसाना की लड्डूमार होली:
बरसाना की श्रीजी लाडली मंदिर में लड्डूमार होली होती है और यह प्रथा द्वापर युग से चली आ रही है और इसके पीछे की कहानी बहुत ही रोचक है, एक बार राधा रानी जी के पिता वृषभानु जी ने होली खेलने का न्योता दिया था और कृष्ण जी के पिता नंद बाबा जी ने स्वीकार कर लिया .
और बरसाने में एक पुरोहित को पत्र लिख के भेजा , बरसाने में पुरोहित जी का बहुत अच्छे से स्वागत किया गया और थाली में लड्डू दिए गए फिर गोपियां पुरोहित जी पर रंग फेंकने लगी और पुरोहित जी के पास रंग नहीं था तो उन्होंने थाली से उठा के लड्डू ही फेंकना शुरू कर दिया और इस तरह उस दिन से लड़्डूमार होली खेलना शुरू हो गया और यह प्रथा द्वापर युग से आज तक चली आ रही है।
क्या आप भी यह लड्डू मार होली के बारे ने जानने के बाद कभी खेलने जायेंगे बरसाने, अगर आपकी मौका मिला तो.
कृष्ण ने होली कहां खेली थी?
ब्रज भूमि उस समय के आनंद और शरारत को दर्शाती है जब राधा और उनकी सखियां बरसाना और नंद गांव में कृष्ण और उनके सखाओं के साथ होली खेलती थीं।
Rajasthan: राजस्थान मे lathmar Holi कहा मनाई जाती हैं:
लठमार होली राजस्थान के दो शहरों बरसाना और नंदगांव में मनाई जाती है। इन शहरों को क्रमशः राधा और कृष्ण के शहर के रूप में भी जाना जाता है।
वृंदावन, प्रेममंदिर, महाराज प्रेमानंद जी इन सभी टॉपिक पर पर ब्लॉग बहुत ही अस्पट लिखा गया हैं लिंक के माध्यम से पढ़ सकते हैं
ब्लॉग राइटर -Kanak
Owner-Aarambh Hindi blog
One thought on “Lathmar Holi 2025: बरसाने की प्रसिद्ध लठ्मार होली कब खेली जाएगी? कैसे हुई इस पौराणिक परम्परा की शुरुवात? बहुत ही दिलचस्प हैं इतिहास”